HINDI PAGE 1259
ਜੀਅ ਦਾਨੁ ਦੇਇ ਤ੍ਰਿਪਤਾਸੇ ਸਚੈ ਨਾਮਿ ਸਮਾਹੀ ॥जीअ दानु देइ त्रिपतासे सचै नामि समाही ॥जीवन देकर उसने तृप्त किया है, अतः सच्चे नाम में समाहित रहते हैं। ਅਨਦਿਨੁ ਹਰਿ ਰਵਿਆ ਰਿਦ ਅੰਤਰਿ ਸਹਜਿ ਸਮਾਧਿ ਲਗਾਹੀ ॥੨॥अनदिनु हरि रविआ रिद अंतरि सहजि समाधि लगाही ॥२॥जिनके दिल में नित्य परमेश्वर लीन रहता है, वे सहज समाधि लगाते