Hindi Page 506
ਹਰਿ ਨਾਮੁ ਹਿਰਦੈ ਪਵਿਤ੍ਰੁ ਪਾਵਨੁ ਇਹੁ ਸਰੀਰੁ ਤਉ ਸਰਣੀ ॥੭॥हरि नामु हिरदै पवित्रु पावनु इहु सरीरु तउ सरणी ॥७॥हे हरि ! मेरा यह शरीर तेरी शरण में है और तेरा पवित्र पावन नाम मेरे हृदय में बसता है ॥७ ॥ ਲਬ ਲੋਭ ਲਹਰਿ ਨਿਵਾਰਣੰ ਹਰਿ ਨਾਮ ਰਾਸਿ ਮਨੰ ॥लब लोभ लहरि निवारणं हरि नाम रासि