Hindi Page 710
ਭਾਹਿ ਬਲੰਦੜੀ ਬੁਝਿ ਗਈ ਰਖੰਦੜੋ ਪ੍ਰਭੁ ਆਪਿ ॥भाहि बलंदड़ी बुझि गई रखंदड़ो प्रभु आपि ॥मेरे मन में प्रज्वलित तृष्णा की अग्नि बुझ गई है तथा प्रभु स्वयं ही मेरा रखवाला बना है। ਜਿਨਿ ਉਪਾਈ ਮੇਦਨੀ ਨਾਨਕ ਸੋ ਪ੍ਰਭੁ ਜਾਪਿ ॥੨॥जिनि उपाई मेदनी नानक सो प्रभु जापि ॥२॥हे नानक ! जिसने यह पृथ्वी उत्पन्न की है,