Hindi Page 325
ਗਉੜੀ ਕਬੀਰ ਜੀ ॥गउड़ी कबीर जी ॥गउड़ी कबीर जी ॥ ਅੰਧਕਾਰ ਸੁਖਿ ਕਬਹਿ ਨ ਸੋਈ ਹੈ ॥अंधकार सुखि कबहि न सोई है ॥भगवान को विस्मृत करके अज्ञानता रूपी अंधेरे में कभी सुखपूर्वक नहीं सोया जा सकता। ਰਾਜਾ ਰੰਕੁ ਦੋਊ ਮਿਲਿ ਰੋਈ ਹੈ ॥੧॥राजा रंकु दोऊ मिलि रोई है ॥१॥राजा हो अथवा रंक हो, दोनों ही