Hindi Page 1187
ਤੈ ਸਾਚਾ ਮਾਨਿਆ ਕਿਹ ਬਿਚਾਰਿ ॥੧॥तै साचा मानिआ किह बिचारि ॥१॥तू क्या सोचकर इसे सच मान बैठा है॥१॥ ਧਨੁ ਦਾਰਾ ਸੰਪਤਿ ਗ੍ਰੇਹ ॥धनु दारा स्मपति ग्रेह ॥यह भलीभांति समझ ले कि धन-दौलत, प्यारी पत्नी, संपति तथा सुन्दर घर ਕਛੁ ਸੰਗਿ ਨ ਚਾਲੈ ਸਮਝ ਲੇਹ ॥੨॥कछु संगि न चालै समझ लेह ॥२॥में से कुछ भी साथ