Hindi Page 153
ਨਾਮ ਸੰਜੋਗੀ ਗੋਇਲਿ ਥਾਟੁ ॥नाम संजोगी गोइलि थाटु ॥जो नाम संजोगी हैं, वह संसार को चरागाह में एक अस्थिर स्थान समझते हैं। ਕਾਮ ਕ੍ਰੋਧ ਫੂਟੈ ਬਿਖੁ ਮਾਟੁ ॥काम क्रोध फूटै बिखु माटु ॥भोग-विलास एवं अहंकार की विषैली गागर अन्त में फूट जाती है। ਬਿਨੁ ਵਖਰ ਸੂਨੋ ਘਰੁ ਹਾਟੁ ॥बिनु वखर सूनो घरु हाटु ॥नाम के