Hindi Page 857
ਆਸਨੁ ਪਵਨ ਦੂਰਿ ਕਰਿ ਬਵਰੇ ॥आसनु पवन दूरि करि बवरे ॥हे बावले योगी ! योगाभ्यास का आसन एवं प्राणायाम की साधना छोड़ दे। ਛੋਡਿ ਕਪਟੁ ਨਿਤ ਹਰਿ ਭਜੁ ਬਵਰੇ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥छोडि कपटु नित हरि भजु बवरे ॥१॥ रहाउ ॥हे पगले ! यह कपट छोड़कर नित्य भगवान का भजन कर ॥१॥ रहाउ ॥ ਜਿਹ ਤੂ