Hindi Page 654
ਤੁਧੁ ਆਪੇ ਸਿਸਟਿ ਸਿਰਜੀਆ ਆਪੇ ਫੁਨਿ ਗੋਈ ॥तुधु आपे सिसटि सिरजीआ आपे फुनि गोई ॥तू स्वयं ही सृष्टि-रचना करता है और स्वयं ही आखिरकार इसका विनाश करता है। ਸਭੁ ਇਕੋ ਸਬਦੁ ਵਰਤਦਾ ਜੋ ਕਰੇ ਸੁ ਹੋਈ ॥सभु इको सबदु वरतदा जो करे सु होई ॥एक तेरा शब्द (हुक्म) ही सर्वव्यापी है और जो कुछ भी